स्टूल सॉफ्टनर कब्ज से राहत दिलाने में मदद करते हैं।
एक कॉटन बॉल पर थोड़ा सा विच हेज़ल लगाने से हेमोराइड और उसके कई लक्षणों में राहत मिलती है। विच हेज़ल का प्रयोग करते समय इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि इसे डाइल्यूट करने के लिए इसमें अल्कोहल न मिलाएं क्योंकि ऐसा करने से हेमोरोइड और परेशान हो सकता है या सूख भी सकता है।
नींबू के रस में अदरक और शहद मिलाकर सेवन करें। इससे पाइल्स में फायदा पहुँचता है।
लगातार दबाव के साथ बवासीर को धीरे से पुश करना।
बादी बवासीर में दर्द और जलन होने पर जीरे के दानों को पानी के साथ पीसकर लेप बना लें। इसे मस्सों वाली जगह पर लगाएं।
क्रेडीहेल्थ आपकी सभी स्वास्थ्य देखभाल आवश्यकताओं के लिए एक ऑनलाइन समाधान है। हमारे चिकित्सा विशेषज्ञों की टीम सही डॉक्टर और अस्पताल खोजने से लेकर किसी भी प्रकार की सहायता तक हर कदम पर आपके लिए मौजूद है। हम यह सुनिश्चित करने के लिए परिवारों को शिक्षित और सशक्त बनाते हैं स्वास्थ्य देखभाल संबंधी निर्णय लिए जाते हैं। व्यक्तिगत सलाह के साथ, हम पूरे भारत में स्वास्थ्य सेवा वितरण का चेहरा बदल रहे हैं।
शतावरी: गुदा की नसों को मजबूत बनाती है और खून आना रोकती है।
योग से रक्त संचार बेहतर होता more info है और पेट की नसों पर दबाव कम होता है।
सब्जियां: पालक, मेथी, गाजर, और मूली को अपने आहार में शामिल करें।
बवासीर का सटीक कारण अनिश्चित है। वे गुदा क्षेत्र के आसपास रक्त वाहिकाओं और ऊतकों में बढ़ते दबाव से जुड़े होते हैं, जिसके परिणामस्वरूप सूजन होती है। बवासीर के कुछ संभावित कारणों में शामिल हो सकते हैं:
शुरुआती अवस्था में दवा और खानपान से ठीक हो सकता है, लेकिन गंभीर स्थिति में सर्जरी भी करनी पड़ सकती है.
अधिक वजन होना भी पाइल्स का एक बहुत बड़ा कारण होता है, बवासीर को खत्म करने के लिए जरूरी है की आप अपना वजन घटायें। बहुत बार डॉक्टर्स भी पाइल्स के इलाज के लिए वजन घटाने की सलाह देते हैं। उसके लिए जरुरी है की आप नियमित रूप से एक्सरसाइज करें और अपनी डाइटरी हेबिट्स में उचित सुधार करें। ऐसा करके आप घर पर ही बवासीर का इलाज कर सकते हैं और भविष्य में इस समस्या का शिकार होने से भी बच सकते हैं।
बवासीर से राहत पाने के लिए नियमित योग और हल्का व्यायाम करें।
शौच के वक्त जलन के साथ लाल चमकदार खून का आना।